in Motivational Shayari बंजारे हैं रिश्तों की तिजारत नहीं करते 434 Views बंजारे हैं रिश्तों की तिजारत नहीं करते हम लोग दिखावे की मोहब्बत नहीं करते मिलना है तो आ जीत ले मैदान में हम को हम अपने क़बीले से बग़ावत नहीं करते तूफ़ान से लड़ने का सलीक़ा है ज़रूरी हम डूबने वालों की हिमायत नहीं करते See more Previous article पाकर तुमको हमने जाना प्रीत का मतलब क्या है Next article आँखें कह रहीं हैं आसमान को देखूं,