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कौन किसको दिल में जगह देता है

कौन किसको दिल में जगह देता है,
पेड़ भी सूखे पत्ते गिरा देता है..
वाकिफ़ हैं हम दुनियाँ के रिवाज़ से,
साँस रुक जाए तो कोई अपना ही जला देता है.

jinke bina koi saans nahi aati

दर्द की बाज़ार खुली परी हैं !