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बंजारे हैं रिश्तों की तिजारत नहीं करते 

बंजारे हैं रिश्तों की तिजारत नहीं करते
हम लोग दिखावे की मोहब्बत नहीं करते

मिलना है तो आ जीत ले मैदान में हम को
हम अपने क़बीले से बग़ावत नहीं करते

तूफ़ान से लड़ने का सलीक़ा है ज़रूरी
हम डूबने वालों की हिमायत नहीं करते

पाकर तुमको हमने जाना प्रीत का मतलब क्या है

आँखें कह रहीं हैं आसमान को देखूं,