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गम ही गम मिला है सुबह शाम मुझे यारो

गम ही गम मिला है सुबह शाम मुझे यारो…
 उनकी यादों मे सोए है सुबह शाम यारो…
 ये जिंदगी अगर घुट के ही कटनी है अगर यारों…
 तो इस बेजान जिंदगी को सलाम यारों…

जागते है हम तन्हा रातों मे…

अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की